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हनुमत हवन

हनुमत हवन

सनातन धर्म में हवन को अग्नि यज्ञ के रूप में माना जाता है और इसका महत्व धार्मिक एवं आध्यात्मिक संस्कृति में विशेष माना जाता है। हवन का अर्थ होता है ‘अग्नि में आहुति देना’ जिससे अनेक प्रकार के आनंद, समृद्धि और शांति का साधन होता है। हिन्दू धर्म में हवन का विशेष महत्व है और इसे सभी शुभ कार्यों की शुरुआत में अवश्य किया जाता है।

हनुमान जी को हिन्दू धर्म में भगवान शिव का अवतार माना जाता है। उन्हें अभिन्नता से भगवान राम के श्रीरामभक्त के रूप में भी पूजा जाता है। हनुमान जी को बल, शक्ति, साहस और वीरता का प्रतीक माना जाता है और उनके सामर्थ्य का अनंत प्रमाण महाभारत के युद्ध में रामायण के लव-कुश की कथा तक आज भी लोग उनके चमत्कारिक कर्मों के बारे में पढ़कर चमत्कारित हो जाते हैं।

हनुमत हवन को करने से पूर्व सभी वस्तुएं एकत्र की जाती हैं, जिसमें लगातार ध्यान देने योग्य विषय हैं। हवन करने से पहले विशेष बात यह है कि आपको शुद्ध मनसा हवन को आरंभ करना चाहिए, और इसे समर्पित करना चाहिए भगवान हनुमान के प्रति आपकी श्रद्धा और भक्ति को दर्शाने के लिए। हवन के महत्वपूर्ण मंत्रों का जाप करके हवन को प्रारंभ किया जाता है और यह विशेष रूप से शनिवार के दिन किया जाता है, क्योंकि हनुमान जी को शनिवार का दिन बहुत प्रिय होता है।

हवन करते समय भगवान हनुमान के नाम के साथ आप मंत्रों का जाप करें और इसके साथ शुद्ध विचारों को स्थान मिले। हवन में समर्पित आहुतियों के साथ सभी मंत्रों का जाप करने से शुभता की प्राप्ति होती है और आपके जीवन में सफलता, खुशियां, समृद्धि, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

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